March 14, 2016

Motivational Vichaar


  " Delusion arises from anger. The mind is bewildered by delusion. Reasoning is destroyed when the mind is bewildered. One falls down when reasoning is destroyed."

                                                       Srimadbhagwadgita

      "क्रोध से  भ्रम  पैदा होता है. भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है. जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है. जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है."

 श्रीमद्भगवद्गीता

January 09, 2016

अपनी रचनात्मकता को बढ़ाएं और आगे बढ़ते रहेँ

                                 संस्था अथवा लोग, सभी पहले से ज्यादा रचनात्मक बनने के तरीके तलाशते रहते हैँ। कम्पनियाँ नए उत्पाद और सेवाओँ के साथ आने के लिए प्रयासरत रहती है जिससे उन्हेँ उत्पाद और सेवाओँ मेँ सबसे पहले आने का लाभ

December 02, 2015

चरण स्पर्श से मिलती है सकारात्मक ऊर्जा

 Image result for foot touching india
 

                               चरण स्पर्श (अभिवादन) करना जहाँ नैतिक आचरण की शुद्धि का परिचायक है, वहीँ यह एक प्रकार से योग भी है। इससे पूरे शरीर और मन का आरोग्य बना रहता है। प्राचीन मनीषीयोँ ने प्रात:कालीन प्राथमिक क्रिया के रूप मेँ नमन को प्राथमिकता दी है। वेद मेँ 'गुरु देवो भव, मातृ देवो भव, पितृ देवो भव, आचार्य देवो भव, अतिथि देवो भव' आदि सूत्रोँ मेँ सबको

November 17, 2015

फूटा घड़ा

बहुत समय पहले की बात है , किसी गाँव में एक किसान रहता था . वह रोज़ भोर में उठकर दूर झरनों से स्वच्छ पानी लेने जाया करता था . इस काम के लिए वह अपने साथ दो बड़े घड़े ले जाता था , जिन्हें वो डंडे में बाँध कर अपने कंधे पर दोनों ओर लटका लेता था .उनमे से एक घड़ा कहीं से फूटा हुआ था ,और दूसरा एक दम सही था . इस वजह से रोज़ घर पहुँचते -पहुचते किसान के पास डेढ़ घड़ा पानी ही बच पाता था .ऐसा दो सालों से चल रहा था .सही घड़े को इस बात का घमंड था

September 20, 2015

सकारात्मक सोच से आसान होगा जीवन

नकारात्मक सोच के कई कारण होते हैँ। कोई व्यक्ति किसी एक कारण के चलते नकारात्मक सोच रख सकता है तो दूसरे की सोच नकारात्मक होने का कोई दूसरा कारण हो सकता है। इसलिए अपनी सोच की तुलना दूसरोँ की सोच के साथ मत करिए। नकारात्मकता से बाहर निकलने के भी कई रास्ते या तरीके हो सकते हैं। इनमेँ से कुछ प्रमुख व चुनिंदा तरीकोँ के बारे मेँ बताया जा रहा है। * हर बात की गहराई तक सोचना बंद कर दीजिए। जिदंगी 100 फीसदी आसान या 100 फीसदी कठिन नहीँ हो सकती है। नए लोगोँ से मुलाकात करने से पहले कुछ नर्वसनेस होती है लेकिन