सफलता का जश्न हर कोई मनाना चाहता है लेकिन कई बार यह सफलता हमारे दिमाग पर इतनी अधिक हावी हो जाती है कि हम इसे ही सब कुछ मानने लगते हैँ। इसमेँ नुकसान यह
होता है कि आप सफलता के जश्न मेँ इतना खो जाते हैँ कि आगे बढ़ने के लिए मेहनत करना ही भूल जाते है। तब दो बातेँ होती हैँ या तो आप खुद को किस्मत का बेहद धनी मानने लगते है या फिर खुद को सर्वगुण संपन्न व्यक्ति मान लेते है, जिसके लिए कुछ नया सीखना बाकी ही नहीँ रहा। दोनोँ ही सूरतो मेँ आपके आगे बढ़ने के मार्ग अवरूद्ध हो जाते है क्योकि आप अपनी क्षमताओँ का विकास ही बंद कर देते है। सफलता को ठीक से हैँडल (Handle) न किया जाए तो उसका यह पहलू देखने को मिल सकता है। एक सफलता के बाद दूसरी सफलता पाने और उसमेँ निरंतरता बनाएँ रखना भी आवश्यक है।
उपयोगी सलाह!
ReplyDeletesahi baat
ReplyDeleteSachmuch hi Upyogi Salah Hai...
ReplyDeleteAapke blog par aakar hamesha hi kuch alag Jankari Milti Hai.
Thanks & Please CONTINUE....
सहीं कहाँ आपने
ReplyDeletehttp://savanxxx.blogspot.in
बात तो सही है। काम की बात लिखी है आपने।
ReplyDeleteअच्छी शिक्षा दी है आपने। धन्यवाद।
ReplyDeleteबात तो सही है। काम की बात लिखी है आपने।
ReplyDeleteबात तो सही है। काम की बात लिखी है आपने।
ReplyDeleteअच्छी सलाह
ReplyDeletehttp://savanxxx.blogspot.in
Sahi kaha aapne....
ReplyDeleteMere blog ki new post par aapka swagat hai
साथॆक प्रस्तुतिकरण......
ReplyDeleteमेरे ब्लाॅग की नयी पोस्ट पर आपके विचारों की प्रतीक्षा....