सफलता का जश्न हर कोई मनाना चाहता है लेकिन कई बार यह सफलता हमारे दिमाग पर इतनी अधिक हावी हो जाती है कि हम इसे ही सब कुछ मानने लगते हैँ। इसमेँ नुकसान यह
होता है कि आप सफलता के जश्न मेँ इतना खो जाते हैँ कि आगे बढ़ने के लिए मेहनत करना ही भूल जाते है। तब दो बातेँ होती हैँ या तो आप खुद को किस्मत का बेहद धनी मानने लगते है या फिर खुद को सर्वगुण संपन्न व्यक्ति मान लेते है, जिसके लिए कुछ नया सीखना बाकी ही नहीँ रहा। दोनोँ ही सूरतो मेँ आपके आगे बढ़ने के मार्ग अवरूद्ध हो जाते है क्योकि आप अपनी क्षमताओँ का विकास ही बंद कर देते है। सफलता को ठीक से हैँडल (Handle) न किया जाए तो उसका यह पहलू देखने को मिल सकता है। एक सफलता के बाद दूसरी सफलता पाने और उसमेँ निरंतरता बनाएँ रखना भी आवश्यक है।
11 comments:
उपयोगी सलाह!
sahi baat
Sachmuch hi Upyogi Salah Hai...
Aapke blog par aakar hamesha hi kuch alag Jankari Milti Hai.
Thanks & Please CONTINUE....
सहीं कहाँ आपने
http://savanxxx.blogspot.in
बात तो सही है। काम की बात लिखी है आपने।
अच्छी शिक्षा दी है आपने। धन्यवाद।
बात तो सही है। काम की बात लिखी है आपने।
बात तो सही है। काम की बात लिखी है आपने।
अच्छी सलाह
http://savanxxx.blogspot.in
Sahi kaha aapne....
Mere blog ki new post par aapka swagat hai
साथॆक प्रस्तुतिकरण......
मेरे ब्लाॅग की नयी पोस्ट पर आपके विचारों की प्रतीक्षा....
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